1.अपने अंदर ग्रेटिट्यूट की भावना डेवलप करे
ग्रेटिट्यू डेवलप करने का नियम सुखी जीवन जीने के लिए सबसे जरूरी नियमों में से एक है। जीवन में अच्छी चीज़ों के लिए आभारी होना आपकी मेंटल हेल्थ और हैप्पीनेस पर काफी इफेक्ट डाल सकता है। रोजमर्रा के जीवन की नेगेटिविटी में फंसना आसान है, लेकिन ग्रेटिट्यूट दिखाने के लिए हर दिन कुछ पल निकालने से आपका ध्यान पॉजिटिविटी की ओर टर्न हो सकता है।
ग्रेटफुल एटिट्यूट रखने से पॉजिटिव मेंटल एटीट्यूट डेवलप करने में मदद मिलती है जिससे आप जीवन में अच्छी चीजों पर फोकस कर सकें और टेंशन, स्ट्रेस के लक्षणों को कम कर सकें। यह ध्यान रखना जरूरी है कि ग्रेटफुल होने का मतलब जीवन में चुनौतियों को नजरअंदाज करना नहीं है। इसके बजाय, इसका मतलब है जीवन में अच्छी चीजों को स्वीकार करना और उनके लिए ग्रेटफूल होना।
ग्रेटिट्यूट रोजाना जीवन में एक बहुत बड़ा रोल प्ले करता है। और इसका आपकी खुशियों पर पॉजिटिव प्रभाव पड़ता है। यह रिश्तों को बेहतर बनाने में मदद करता है, क्योंकि दूसरों के प्रति ग्रेटिट्यूट व्यक्त करने से उन्हें मूल्यवान महसूस हो सकता है। इससे सेल्फ कॉन्फिडेंस को भी बढ़ावा मिलता है। अपने अचीवमेंट को एक्सेप्ट करना और उनके लिए ग्रतीफुल होना कॉन्फिडेंस बढ़ा सकता है।
ग्रेटिट्यूट डेवलप करने के लिए, एक तरीका यह भी है कि आप एक ग्रेटिट जर्नल से शुरू करे । हर एक दिन तीन चीजें लिखें जिनके लिए आप ग्रेटफूल हैं। यह कुछ भी हो सकता है जैसे सुबह एक गर्म कप चाय या अच्छी रात की नींद ।
2.सही चीज़ों के लिए कहें हाँ
एक खुशहाल जीवन जीने का मतलब पूरी तरह अवेयर होकर डिसिजन लेना है जिसका आपके जीवन पर पॉजिटिव इफेक्ट पड़ता है। एक हैप्पी लाइफ जीने के लिए सबसे जरूरी नियमों में से एक है सही चीजों के लिए हां कहना सीखना और गलत चीजों के लिए ना कहना सीखना ।
अपने कंफर्ट जोन में फसे रहना और नए एक्सपीरियंस को ना कहना आसान है, लेकिन इसी जगह हाँ कहने मीनिंगफुल जीवन मिल सकता है। सही चीज़ों के लिए हाँ कहने का मतलब है नए एक्सपीरियंस और ऑपर्टिनिटी के लिए खुला रहना जो आपके जीवन को समृद्ध बना सकते हैं। इसका मतलब अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलने और रिस्क लेने के लिए तैयार रहना भी है। लेकिन इससे अलावा, जिन चीज़ों को आप एक्सेप्ट करते हैं और रिजेक्ट करते हैं उन्हें चुनने का मतलब है इरादे के साथ जीना।
उन नेगेटिव लोगों को ना कहें जो आपकी एनर्जी को बेफिजूल ख़त्म करते हैं और आपको डिग्रेड करते हैं। उन लोगों के साथ समय बिताने के लिए हाँ कहें जो आपको मोटिवेट करते हैं। उन एक्टिविटीज को ना कहें जो आप वैक्यूज या गोल से मेल नहीं खातीं। नई चीज़ों को आज़माने के लिए हाँ कहें, भले ही वे आपको थोड़ा डराएँ यह डिसाइड करने के लिए कि आपके लिए सही चीज़ें क्या हैं, अपने वैल्यूज ओर गोल्स को प्रायोरिट पर विचार करने के लिए कुछ समय लें। इस बात पर विचार करें कि वास्तव में क्या चीज़ आपके जीवन में खुशी और मीनिंग लाती है।
3.पास्ट में जीना बंद करे
अपने पास्ट के बारे में सोचना और पास्ट एक्सपीरियंस से सीखना स्वाभाविक है, लेकिन पास्ट में खोए रहना हमें आगे बढ़ने और प्रेसेंट में जीने से रोक सकता है। लगातार नेगेटिव यादों या पछतावे को याद करने से हमारे जीवन में उदासी और असंतोष की भावनाएँ पैदा हो सकती हैं। पास्ट को स्वीकार करना जरूरी है, लेकिन साथ ही उससे जुड़ी किसी भी नेगेटिविटी को दूर करना भी उतना ही जरूरी है।
हम सभी गलतियां करते हैं। कभी-कभी कोई बुरा वाक्या हो जाता हैं, इसके बाद नेगेटिव सेल्फ टॉक हमारे दिमाग में घर कर जाती है। लेकिन यह याद रहे की खुशीयां आगे बढ़ने और आने वाले कल के लिए तैयारी से मिलती है।पास्ट में खोए रहने के बजाय प्रेजेंट मोमेंट में जीने पर फोकस करें। इसमें माइंडफुलनेस की प्रैक्टिस करना, जो कुछ आपके पास है उसके लिए ग्रेटफुल होना और छोटी-छोटी चीजों में खुशी ढूंढना शामिल हो सकता है।
आज से पहले जो हुआ है उसे आप बदल नहीं सकते, इसलिए इसके बजाय इस पर फोकस करें कि आप आने वाले कल को कैसे बेहतर बना सकते हैं!
4.सेल्फ केयर पर ध्यान दें
एक खुशहाल जीवन जीने के लिए खुद पर ध्यान देना खुद का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। कोई भी बदलाव चाहे छोटा हो या बड़ा खुद से ही शुरू होता हैं, सेल्फ केयर आपकी मेंटल और इमोशनल हेल्थ दोनों की देखभाल करने और उन चीजों को करने के लिए टाइम निकालने के बारे में है जिससे आपको खुशी और इनर पीस मिलता हैं।
सेल्फ केयर कई तरह से की जा सकती हैं , जैसे पूरी नींद लेना, हेल्थी खाना खाना, रोज एक्सरसाइज करना और ज़रूरत पड़ने पर ब्रेक लेना। सेल्फ केयर करने का सबसे अच्छा तरीका एक ऐसा रूटीन बनाना है जो आपके लिए काम करे। इसमें एक्सरसाइज, मेडिटेशन, या अपने शौक के लिए समय निकालना शामिल हो सकता है। इसमें खुद के लिए कुछ बाउंड्रीज बनाना और उन चीज़ों को ना कहना भी शामिल हो सकता है जो आपकी मेंटल या फिजिकल हेल्थ के लिए उपयोगी नहीं हैं।
5.अपने पैशन को फ़ॉलो करें
अपने पैशन का पीछा करने से आपको अपना ऐम खोजने और एक कंप्लीट लाइफ जीने में मदद मिलती है। जब हम ऐसी एक्टिविटीज का हिस्सा होते हैं जो हमारे पैशन को जगाती हैं, तो हम एनर्जाइज्ड, प्मोटिवेटेड और कंप्लीट महसूस करते हैं। इस बारे में सोचें कि किस चीज़ से आपको खुशी मिलती है और इसे रोज करने के लिए टाइम निकालें। यह एक हॉबी, केयर टेकिंग या यहां तक कि अपने पैशन को करियर में बदलना भी हो सकता है। “द 7 हैबिट्स ऑफ हाईली इफेक्टिव पीपल” के राइटर स्टीवन कोवे ने कहा, “ज्यादातर लोग बैलेंसेड लाइफ जीने के साथ सिर्फ इसलिए स्ट्रगल करते हैं क्योंकि उन्होंने यह डिसाइड करने की कीमत नहीं चुकाई है कि उनके लिए सच में क्या जरूरी है।”
एक बार जब आप अपने पैशन और प्रायोरिटी की पहचान कर लें, तो उन्हें आगे बढ़ाने का प्लान बनाएं। इसमें गोल फिक्स करना, शेड्यूल बनाना शामिल हो सकता हैं। याद रखें, अपने पैशन को खोजने या उसे आगे बढ़ाने में कभी देर नहीं होती। आप एक ऐसी लाइफ जीने के हकदार हैं जो आपको हैप्पीनेस और सेटिस्फेक्शन दे।
6.बैलेंस बनाए रखें
आज की तेज़-तर्रार दुनिया में, रोजमर्रा की जिंदगी की भागदौड़ में फंसना आसान है। प्रोफेशनल लाइफ और पर्सनल लाइफ के बीच बैलेंस बनाना एक चुनौती हो सकती है, लेकिन हेल्थी और हैप्पी लाइफ के लिए यह बेहद जरूरी है।
लाइफ को बैलेंस करने का एक तरीका क्लियर बाउंड्रीज बनाना है। इसका मतलब यह जानना है कि कब काम से छुट्टी लेनी है और खुद को रिचार्ज करने के लिए टाइम देना है। पूरे दिन ब्रेक लेना और यह देखना कि आप बहुत लंबे टाइम पीरियड तक काम नहीं कर रहे हैं।
बैलेंस करने का दूसरा तरीका अपने टाइम को प्रायोरिटी देना है। इसका मतलब उन चीजों पर फोकस करना है जो आपके लिए सबसे ज्यादा मायने रखती हैं, जैसे क्लोज फैमिली और फ्री फ्रेंड्स के साथ क्वॉलिटी टाइम स्पेंड करना या अपनी हॉबीज के पूरा करना।
काम और करियर आपकी लाइफ का सिर्फ एक हिस्सा है। हम लगातार इस माहौल और सोच से घिरे रहते हैं जो हमें बताते हैं कि सक्सेस सबसे ज्यादा जरूरी चीज है, लेकिन यह याद रखना बेहद जरूरी होता है कि लाइफ के दूसरे हिस्सों को भी केयर की जरूरत होती है।
7.लगातार कुछ नया सीखते रहें
सीखना एक लगातार चलने वाली प्रोसेस है जो कभी ख़त्म नहीं होती। सक्सेसफुल लोग अपने प्रोफेशनल जीवन में रिलेवेंट बने रहने के लिए नई स्किल और नॉलेज गेन करने की इंपोर्टेंस सीखने को समझते हैं। वे फ्यूचर में सक्सेसफुल होने के लिए अपनी स्किल को इंप्रूव करने के लिए लगातार ट्राई करते हैं।
लेकिन सीखते रखना सिर्फ आपके प्रोफेशनल जीवन के लिए नहीं है। नए स्किल सीखने से हमें अपने पैशन को पूरा करने में मदद मिलती है और लाइफ में नई ऑपर्टिनिटीज आती हैं।
एक नई हॉबी अपनाने से लेकर वर्कशॉप और कांफ्रेंस में पार्टिसिपेट करने तक, हमारे जीवन के सभी एरियाज में सीखना जारी रखने के अनगिनत तरीके हैं। इसलिए अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलने और कुछ नया आज़माने से न डरें। आप कभी नहीं जानते कि यह आपको कहाँ ले जा सकता है! और याद रखें कि कुछ नया सीखने की दिशा में छोटे-छोटे कदम भी जीवन में बैलेंस और हैप्पीनेस हासिल करने में बड़ा अंतर ला सकते हैं।